Q.गुरुत्वाकर्षण किसे कहते हैं?
Ans.ब्रह्मांड में पदार्थ का प्रत्येक काण एक दूसरे को द्रव्यमान के कारण अपनी और आकर्षित करता है इस सर्वव्यापी आकर्षण बल को गुरुत्वाकर्षण बल कहते हैं।(A) गुरुत्वाकर्षण का सार्वत्रिक नियम
(Universal law of gravitation)
गिरती वस्तुओं का अध्ययन करते हुए निष्कर्ष प्राप्त किया कि ब्रह्माण्ड में स्थित
सभी पिण्ड एक-दूसरे पर गुरुत्वाकर्षण बल लगाते हैं। सन् 1686 ई० में न्यूटन
ने किन्हीं दो पिण्डों के बीच कार्य करने वाले गुरुत्वाकर्षण के लिए एक व्यापक
नियम प्रतिपादित किया, जिसे न्यूटन का गुरुत्वाकर्षण नियम कहते हैं। इस
नियम के अनुसार-
किन्हीं दो पिण्डों के बीच कार्यरत गुरुत्वाकर्षण बल उनके द्रव्यमानों
के गुणनफलों के अनुक्रमानुपाती तथा उनके बीच की दूरी के वर्ग के
व्युत्क्रमानुपाती होता है। यह बल दोनों पिण्डों को मिलाने वाली रेखा दिशा में लगता है
(B)न्यूटन व्युत्क्रम वर्ग नियम का अनुमान कैसे लगाया?
टाइको ब्रेह (Tycho Brahe) ने अपने जीवनपर्यन्त आकाशीय पिण्डों
एवं ग्रहों की गतियों का अध्ययन कर अनेक महत्त्वपूर्ण आँकड़ें एकत्र
किए। उनके सहायक जोहान्नेस केप्लर (Johannes Kepler) ने इन
आँकड़ों का विश्लेषण कर प्राप्त निष्कर्षों को तीन नियमों के रूप में
प्रतिपादित किया: जिन्हें केप्लर के ग्रहों के गति सम्बन्धी नियम
(Kepler's law of planatery motion) कहते हैं
नियम 1. प्रत्येक ग्रह सूर्य के चारों ओर
एक दीर्घवृत्ताकार कक्षा में परिक्रमण C)
करता है तथा सूर्य कक्षा की किसी एक
फोकस पर होता है।
नियम 2. किसी भी ग्रह को सूर्य से
मिलाने वाली काल्पनिक रेखा समान
समयान्तरालों में समान क्षेत्रफल तय करती है अर्थात् ग्रह की क्षेत्रीय चाल)
नियत रहती है।
यदि किसी ग्रह को A से B तक गति करने में लगा समय C से D तक गनि
करने में लगे समय के बराबर हो तब
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