Daily Science important fact मछली पानी से बाहर निकलते ही क्यों मर जाती है

Daily Science important fact

Q_1. आकाश का रंग नीला क्यों दिखाई देता है?

सूर्य का श्वेत प्रकाश सात रंगों से मिलकर बना होता है| हम
प्रकाश को तरंग ऊर्जा का रूप मान सकते हैं जिसमें विभिन्न रंगोंका तरंगदैर्ध्य भिन्न-भिन्न होता है। इंद्रधनुष में मौजूद सात रंगों में लाल रंग का सबसे अधिक और नीले व बैंगनी रंग का तरंग दैर्ध्य सबसे कम होता है। नीले रंग का बिखराव लाल रंग की अपेक्षाअधिक होता है जिसके कारण आकाश नीला दिखाई देता है,यद्यपि क्षितिज की और नीला रंग कम होता जाता है क्योंकि क्षितिज से आ रहे प्रकाश को वायुमंडल में अधिक दूरी तय करनी होती है जिसके कारण अधिक बिखराव होता है और नीला रंग कम होता जाता है।

Q_2. मछली को जल से बाहर निकालने पर वह क्यों मर जाती है?

मछली जलीय प्राणी है यह गिल्स द्वारा श्वसन क्रिया करती है।
गिल्स जल में घुली आक्सीजन को अवशोषित करके कार्बन डाई ऑक्साइड गैस बाहर निकालते है। मछली के थोड़ी देर के लिए  जलसे बाहर निकाल देने पर श्वसन क्रिया बंद हो जाती है अत: वह मर जाती है।

3. बिजली और टेलीफोन के खम्भों के बीच तार कसकर क्यों नहीं लगाये जाते हैं?

यह तो हम सभी जानते ही हैं कि बिजली और टेलीफोन के तार दो खम्भों के मध्य कसकर नहीं बांधें जाते हैं क्योंकि यदि इन्हें कसकर लगाया जाये तो स्दी के दिनों में ताप कम होने पर ये सिकुड़ कर टूट सकते हैं अत: तारों को ढीला छोड़ा जाता है।


-4. ढलता हुआ सूरज हमें लाल क्यों नजर आता है?

जब सूरज ढल रहा होता है, तब रोशनी में मौजूद रंगों को हम तक पहुँचने के लिए काफी लम्बा रास्ता तय करना होता है| इस दौरान वायुमंडल में मौजूद धूल के कणों से प्रकाश का प्रकीर्णन होता है।नीले रंग का बिखराव कम तरंग दैर्ध्य के कारण सबसे अधिक होता है। नीले रंग के बिखर जाने के बाद सिर्फ लाल और नारंगी रंग ही बचते हैं जो हमारी आँखों तक सीधे पंहुचते हैं। और यही कारण है कि सूर्यास्त के समय आसमान में लाल रंग होता है और सूरज भी लाल नजर आता है।

Q- 5. पानी में रखी पेन्सिल मुड़ी हुई दिखाई क्यों देती है?

पानी में कोई सीधी छड़ी तिरछी डाली जाए तो उसके डूबे हुए
भाग का प्रत्येक बिंदु अपवर्तन के कारण अपनी वास्तविक
स्थिति के ऊपर उठा हुआ दिखाई देता है। जिससे पेंसिल मुड़ी
हुई प्रतीत होती है| जब प्रकाश सघन माध्यम से विरल माध्यम में प्रवेश करता है तो अपवर्तित किरण आपतित किरण की अपेक्षा अभिलंब से दूर हटती है। इसी कारण पानी में तिरछी रखी हुई पेंसिल मुड़ी हुई दिखाई देती है।





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