क्या आपको लगता है कि आजकल आपका अटेंशन स्पैन बहुत ज्यादा घट गया है आप ज्यादा टाइम तक किसी भी चीज में फोकस नहीं कर पाते हो क्या ऐसा अक्सर आपके साथ होता है कि कोई भी काम आप जब भी करने बैठते हो तो आप अपना फोन बार-बार चेक करते रहते हो आप नोटिफिकेशंस चेक करने लगते हो एंड ऐसे आपका दिमाग सोचता ही रहता है और आप डिस्ट्रैक्टेड होते रहते हो बार-बार लेकिन अगर आप सोच रहे हो कि यह सिर्फ आपके साथ हो रहा है तो यह देखो डॉ वेगन के एक सर्वे के अकॉर्डिंग 50 पर लोग ऐसे हैं जिनके पास फोकस और कंसंट्रेशन प्रॉब्लम्स मौजूद है और उससे भी बड़ी बात कि यह प्रॉब्लम सबसे ज्यादा संख्या में 35 से कम एज वाले लोगों में ज्यादा पाया गया है एक रिसेंट स्टडी के अकॉर्डिंग एक गोल्ड फिश जिसका अटेंशन स्पैन 9 सेकंड्स का होता है वहीं पर एक इंसान का आज के टाइम एवरेज अटेंशन स्पैन गिर के उससे भी कम हो चुका है बस ठ सेकंड्स का मतलब एक फिश भी आज हमसे ज्यादा फोकस्ड रहने में काबिल है और इसमें इतनी हैरान होने वाली बात नहीं है क्योंकि जिस तरीके से सोशल मीडिया और बाकी सारी चीजों ने हमारे लाइफ के एक बहुत बड़े हिस्से पर कब्जा कर रखा है इट्स ओबवियस कि सारा फोकसिंग एबिलिटी आजकल लोगों का ऑलमोस्ट खत्म ही हो चुका है सदियों पहले जब सोशल मीडिया या फोन जैसी चीजें एजिस्ट नहीं करती थी तब कोई भी इंटरेस्टिंग या एक्साइटिंग चीज इंसानों के पास रेयरली आया करता था लेकिन आज के समय हर सेकंड हमारे फोन पर कोई ना कोई इंटरेस्टिंग नोटिफिकेशन अपडेट या इंफॉर्मेशन वगैरह पॉप अप होता ही रहता है जिससे हमारे ब्रेन को आदत ढल चुकी है एक ही चीज पर लॉन्ग टाइम तक फोकस ना कर पाना apple's ने एक बार एक कॉन्फ्रेंस में पावर ऑफ फोकस को लेकर कहा था पीपल थिंक फोकस मींस सेइंग यस टू द थिंग यू हैव गॉट टू फोकस ऑन ब दैट्ची पर आप फोकस करना चाहते हो उसको हां बोलना पर असल में ऐसा नहीं है इसका मतलब है 100 ऐसी इंटरेस्टिंग चीजों को नाना बोलना जो आपके दिमाग में चल रहे हैं अगर आपने अपना अटेंशन पावर आज के एवरेज इंसान से थोड़ा सा भी ज्यादा कर लिया तो आप उनसे कई ज्यादा आगे निकल जाओगे आपके और एक सक्सेसफुल पर्सन के बीच का जो डिफरेंस है वो यही है कि कौन ज्यादा अटेंशन पे कर सकता है तो आज के इस वीडियो में चलिए जानते हैं पांच ऐसे न्यूरोसाइंस ट्रिक्स जिससे आप अपना फोकस इंप्रूव कर पाएंगे नंबर वन कंट्रोल योर आई मूवमेंट आपकी आंखें आपके फोकस को कई हद तक कंट्रोल करती है हमारे आंखों को एक हैबिट है स्कैन करना फिर उस पूरे एरिया में जो स्टैंड आउट कर रहा है उस परे फोकस करना बिफोर यू डिसाइड कि आपको कहां फोकस करना है आपका आई पहले ही डिसाइड कर लेता है कि कहां फोकस करना है इसका एक रियल लाइफ एग्जांपल देता हूं आप जब भी कोई वेबसाइट या ऐप ओपन करोगे तो दो चीजें नोटिस करना पहला तो सारे इंपॉर्टेंट इंफॉर्मेशन को एफ शेप या z शेप में ऑर्गेनाइज किया जाता है क्योंकि एक रिसर्च में पाया गया था कि हमारी आंखें चीजों को एफ शेप या z शेप में स्कैन करता है इसलिए य डिजाइनर्स इस पैटर्न को अपने डिजाइन में हमेशा फॉलो करते हैं और दूसरा पॉइंट है कि जब भी आप कोई ऐप देखो वहां पे जो प्राइमरी या मेन बटन का कलर होता है वो आपके पूरे इंटरफेस में बहुत कम देखने को मिलेगा पता है ऐसा क्यों क्योंकि असल बटन में यूज किए जाने वाले कलर को एक्से कलर बोला जाता है जिसे इंटरफेस के ओनली 10 पर जगह पे यूज किया जाता है ऐसा करने से जहां-जहां भी ये इंपॉर्टेंट सीटी बटंस होंगे उस एरिया में जो कुछ भी होगा उसमें से सीटीएन सबसे ज्यादा स्टैंड आउट करेगा आपका अटेंशन ड्रॉ करने के लिए या फिर सही से बोलूं तो आपके आंखों का अटेंशन खींचने के लिए इंटेंशनली ऐसा किया जाता है बिकॉज़ योर आइज आर द सेंटर ऑफ योर फोकस अब ये हमें पता चल गया है तो इसे हम रिवर्स इंजीनियरिंग करके अपना फोकस इंक्रीज कर सकते हैं मतलब अगर कहीं नजर पड़ने से वहां अटेंशन जा सकता है तो जहां अटेंशन जाने की जरूरत है वहां हम नजर डाल भी सकते हैं अगर आपको कोई किताब ध्यान से पढ़ना है तो पूरे पेज की तरफ रैंडम मत देखो एक-एक वर्ड पे फोकस करो लेकिन यही आसान नहीं है और इसीलिए अपने आंखों के मूवमेंट को कंट्रोल करके फोकस करने के लिए आपको करना है एक छोटा सा एक्सरसाइज हर दिन 5 मिनट 10 मिनट या 1 मिनट के लिए ही सही किसी ऑब्जेक्ट को देख के मेडिटेटर आप चाहो तो कैंडल के फ्लेम को देख सकते हो अगर आपने बचपन में निंजा अथरी देखा है तो याद होगा कि हथौरी रोज कैंडल के फ्लेम को देखते हुए मेडिटेटर था आप इस एक्सरसाइज को डेली करने का हैबिट बना लो पहले कम टाइम से शुरू करो और फिर धीरे-धीरे उसे इंक्रीज करो नंबर टू काम योर ब्रेन डाउन कि आप एक घंटा कंटीन्यूअसली 100 केज का वेट उठा सकते हो नहीं ना फिर ब्रेन को इतना प्रेशर क्यों देना हम फिजिकली तो एक काम करते हैं लेकिन ब्रेन को 100 कामों में लगा देते हैं बेचारा फोकस किस पे करेगा हमारे ब्रेन का एक लिमिटेड फोकस अटेंशन होता है इसीलिए अगर आपके ब्रेन में एट ए टाइम 100 खयाल चलते रहेंगे तो आप किसी भी चीज पे फोकस नहीं कर पाओगे इसलिए अपने ब्रेन को काम डाउन होने देना बहुत जरूरी है हम हमारा ब्रेन मैक्सिमम टाइम एक एक्सप्लोरेटिव में होता है ये इधर ये ढूंढता है कि कुछ यूजफुल हो रहा है कि नहीं या फिर कुछ डेंजरस हो रहा है कि नहीं इसलिए हमारा ध्यान हमेशा भटकता रहता है उसे किसी एक चीज पे फोकस करवाने के लिए आपको अपने ब्रेन को एक्सप्लोरेटिव पे लाना जरूरी है उसके लिए इन दोनों फेज के बीच में काम डाउन फेज जरूरी है जैसे एक्सरसाइज करने से पहले हम वार्म अप करके हमारे बॉडी को ये सिग्नल देते हैं कि अब कुछ इंटेंस करने के लिए रेडी हो जाओ वैसे ही काम डाउन करके हम हमारे ब्रेन को सिग्नल देते हैं कि भाई भा अब तू फोकस करने के लिए रेडी हो जा अपने पूरे दिन में अपने दिमाग को एटलीस्ट 15 मिनट का ब्रेक दे दो 15 मिनट के लिए डीप इन्हेल करो और डीप एक्सेल करो और दिमाग से सारे थॉट्स को रिलीज करो ऐसा करने से आपका ब्रेन सिंपैथेटिक से पैरा सिंपैथेटिक स्टेट में आ जाता है सिंपैथेटिक फेज में आपका ब्रेन बहुत एक्साइटेड स्टेट में रहता है वही पैरा सिंपैथेटिक स्टेट में आपका ब्रेन लेस एक्साइटेड होता है इसीलिए इस स्टेट से कंसंट्रेशन फेज में जाना आसान होता है यहां एक बहुत ही इंपॉर्टेंट चेतावनी दे दूं इनिशियली ये करना थोड़ा चैलेंजिंग हो सकता है आपका दिमाग जितना खाली होगा कुछ वियर्ड थॉट्स आके आपको परेशान करेंगे लेकिन आप इन थॉट्स को कंट्रोल करना सीखो ओनली जब आप प्रैक्टिस करोगे अगर आपके साथ भी सेम हो रहा है तो हार मत मानो बस ट्रस्ट द प्रोसेस नंबर थ्री एक्नॉलेज योर करंट अटेंशन स्पैन एंड इंक्रीज ग्रेजुएट एशन स्पैन थोड़ा ज्यादा किसी का थोड़ा कम अटेंशन स्पैन ज्यादा होना अच्छी बात है लेकिन अगर आपको अटेंशन अभी कम है तो उसके लिए डिप्रेस्ड मत हो जाओ अगर आप किसी का अटेंशन स्पैन एक घंटे का देख रहे हो तो इसका मतलब ऐसा नहीं है कि शुरू से ही वो इंसान इतना फोकस्ड रहता है इट टेक्स टाइम उसने भी कभी बस दो से 3 मिनट्स फोकस करने से ही शुरू किया है आप भी बस 1 मिनट फोकस करने से शुरू कर सकते हो और ग्रैजुअली इस टाइम को इंक्रीज करते जा सकते हो हर किसी को कहीं ना कहीं से शुरू करना ही पड़ता है अभी आपका अटेंशन स्पैन कितना है जितना भी है उसको एक्नॉलेज करो और धीरे-धीरे उसे इंक्रीज करने पे काम करो किसी चीज को आप तभी मास्टर कर पाओगे जब आप उसे रेगुलरली प्रैक्टिस करोगे हर दिन थोड़ा-थोड़ा करके फोकस करने की कोशिश करो और धीरे-धीरे आपका फोकस ऑटोमेटिक भरेगा नंबर फोर अटेंशन समुंदर की लहरों की तरह होता है य सबके साथ होता है कभी-कभी हमारा फोकस काफी अच्छे से बैठता है और कभी-कभी कुछ समझ में ही नहीं आता है असल में ये आपकी फॉल्ट नहीं है बल्कि आपका ब्रेन बना ही ऐसे है जिससे ये एक रिदम में फोकस करता है असल में हमारे अटेंशन को एक केमिकल प्रभावित करता है जिसका नाम है नोर एड्रीनलीन नोर एड्रीनलीन या नोर एपीनेप्री एक हार्मोन होने के साथ-साथ न्यूरोट्रांसमीटर भी है न्यूरोट्रांसमीटर मतलब वो केमिकल्स जो एक नर्वस सिस्टम में रिस्पांस को ट्रांसफर करता है ये हमारे ब्लड में एड्रीनलीन के साथ मिलके एक स्टेबिलिटी मेंटेन करता है जहां एड्रीनलीन हमें में बहुत एक्साइटेड बनाता है वही नॉर एड्रीनलीन हमें स्टेबिलिटी देती है ये हमारे स्लीप वेक साइकिल को इन्फ्लुएंस करता है अटेंशन इंक्रीज करता है और थ्रू आउट द डे फोकस करने में हेल्प करता है ये नॉर एड्रीनलीन हमारे ब्रेन के स्टेम से रिलीज होता है वो भी एक रिदम में मतलब आता है फिर जाता है आता है फिर जाता है जब एड्रीनलिन रिलीज होता है तब अटेंशन बढ़ता है वही जब एड्रीनलिन रिड्यूस हो जाता है तब फोकस भी कम हो जाता है इसलिए हमेशा प्रिपेयर्ड रहो अपने नॉर एड्रीनलीन बूस्ट के लिए ये रिदम हर किसी का अलग होता है कुछ लोगों का बहुत फ्रीक्वेंसी लॉन्ग टर्म इसलिए अपने पैटर्न को जानने की कोशिश करो जब फोकस बढ़ेगा तब वर्क करो फिर जब अटेंशन रिड्यूस हो जा रहा है तब एक ब्रेक लो पानी पियो वॉक करो हल्का मूव करो और उसके बाद जब फोकस वापस आए तब फिर से काम पे बैठ जाओ एंड नंबर फाइव डू व्हाट कीप्स यू मूविंग जिंदगी में हमेशा कुछ ऐसी चीजें होती है जो हमें आगे बढ़ने की एनर्जी देती है किसी के लिए उनके मम्मी पापा का चेहरा किसी के लिए ड्राइंग करना किसी के लिए कविताएं लिखना किसी के लिए इंस्ट्रूमेंट बजाना इवन किसी के लिए वीडियोस बनाना हर किसी की जिंदगी जिंदगी में एक एनर्जी सोर्स होता है जिसे करके आप फ्रेश फील करते हो इन चीजों को कभी अपनी जिंदगी से डिस्मिस मत करना इन्हें परफॉर्म करते रहो क्योंकि उसके बाद आपका ब्रेन रिलैक्स्ड हो जाता है जिससे आपको फोकस करने में हेल्प मिलती है इसीलिए कहा जाता है इफ यू कांट फिगर आउट योर पर्पस फिगर आउट योर पैशन फॉर योर पैशन विल लीड यू राइट इन टू योर पर्पस जिस काम को करने में आप एंजॉय फील करते हो उसे कॉर्पोरेट वर्ल्ड में लाने की कोशिश करो बिकॉज़ वही काम आपको एक्साइट करता है जिससे आप ज्यादा फोकस्ड होके वर्क कर पाते हो तो ये थे पांच न्यूरो साइंटिफिकली प्रूवन तरीके जो आपके फोकस को इंक्रीज कर सकता है
The end
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